आप अपने भीतर जितनी भावनाओं को पोषित कर सकते हैं, उनमें से करुणा सबसे कम बंधन और उलझाव पैदा करता है, बल्कि यह सबसे अधिक मुक्तिदायक भावना है। वैसे आप करुणा के बिना जी सकते हैं, लेकिन आपके भीतर वैसे भी भावनाएं होंगी ही, इसलिए बेहतर होगा कि आप उन्हें…
अध्यात्म
आजकल बहुत से लोगों को आध्यात्मिकता के प्रति एक चिढ़ सी होती है। इसका एक कारण यह है कि आध्यात्मिकता को दयनीय ढंग से रहने के रूप में चित्रित किया जाता है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि लोगों के मन में आध्यात्मिकता की छवि को तुच्छ ढंग से प्रस्तुत किया…
आजकल, लोग कुछ भी करना चाहें तो वे पहले ग्रह-नक्षत्रों को देखना पसंद करते हैं। अपने घर से बाहर निकलने से पहले आप चाहते हैं कि सारे ग्रहों को आपके लिये अपनी सही स्थिति में आ जाना चाहिए। लोग शुभ-मुहूर्त निकालते हैं, ये भी देखते हैं कि समय खराब तो…
प्राचीन एथेन्स के विशाल मंदिर डेल्फी की दीवारों पर यह शब्द मिलते हैं, ‘अपने आप को जानो’ यानी आत्मदीपो भवः। यह वाक्य उस दौर में लोग समझते थे, लेकिन आज हम ये शब्द समझ कर भी नहीं समझ रहे हैं। यह शब्द भारतीय वैदिक ग्रंथों में मिलते हैं। ये पूरी…
खुश और दु:खी रहना मूल रूप से आप का ही चुनाव है। लोग इसलिए दुःखी रहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि दुःखी रहने से उन्हें कुछ मिलेगा। यह पढ़ाया जा रहा है कि अगर आप पीड़ा भोग रहे हैं तो आप स्वर्ग में जाएंगे। यदि आप दुःखी इंसान हैं…
जून-जुलाई महीनों में आने वाले भारतीय आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। गुरु पूर्णिमा वह दिन है जब पहले गुरु का जन्म हुआ था यानी भगवान शिव, यौगिक संस्कृति में शिव को भगवान नहीं माना जाता, उन्हें आदि योगी यानी पहले योगी की तरह देखा जाता है।…
अध्यात्म यानी ये प्रक्रिया जन्म और मृत्यु के बारे में नहीं है, ये कुछ ऐसा तैयार करने के बारे में है जिसे मृत्यु न छीन सके। इसे ऐसे समझिए जैसे जब हम कहते हैं कि शिव संहारक हैं, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि शिव मृत्यु की वजह हैं,…
अमोघ लीला दास। निश्चित ही सकारात्मक सोचना बेहतर है लेकिन यह सोच तभी विकसित होगी, जब हम अपने दृष्टिकोण को बदलेंगे। दृष्टिकोण हम बदल सकते हैं। हम कैसे देखते हैं, कहां देखते हैं, यह इसके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मान लीजिए हम किसी ऊंची इमारत के नीचे खड़े हैं। हम…
कोई भी व्यक्ति, समाज या देश समृद्धि चाहता है क्योंकि पहले स्तर पर यह हमें अपने पसंद का आहार चुनने के विकल्प देती है। अगले स्तर पर यह हमें अपनी पसंद की जीवनशैली चुनने की क्षमता प्रदान करती है। अमेरिका जैसे समृद्ध देश में जहां अपनी पसंद के खान-पान और…
नोट : सद्गुरु इस आलेख में एक ऐसे विषय के बारे में बता हैं जिस पर चर्चा करना ही गलत समझा जाता है, पर आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वालों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है। हम लोग, हमेशा, किसी न किसी बात से छुटकारा पाने के बारे में ही…
क्या काला जादू एक हकीकत है? ‘हां’ और शायद ‘नहीं’। क्या ऊर्जा को एक नकारात्मक रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे किसी पर काला जादू करना? इन सारे सवालों के बारे में सद्गुरु बताते हैं कि आपको यह समझना होगा कि ऊर्जा सिर्फ ऊर्जा होती है, वह न…