Pic Courtesy: Conservation International
दुनिया आगे बढ़ रही है और पीढ़ियां पीछे छूटती जा रही हैं। इस बात को मद्देनजर रखते हुए पेरू की महिलाओं ने एक अनोखा प्रयोग शुरु किया है। वो औषधीय पौधों और खाद्य फलों जैसी चीजों के बारे में उनके पारंपरिक ज्ञान को सुनिश्चित करते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर रही हैं। ताकि ये सदियों तक उनके बाद आने वाली पीढ़ियों के लिए धरोहर के रूप में रखा जा सके।
उनका ये प्रयोग एक साल से चल रहा है, पेरू के शम्पुयाकू में एक संरक्षित जंगल के किनारे रहने वाली महिलाओं ने अपने फोन पर वीडियो बनाना और संपादित पारंपरिक ज्ञान का वीडियो बनाकर सुरक्षित रखने का सिलसिला निरंतर आगे बढ़ रहा है।
एक एनजीओ की मदद से इस काम को मूर्त रूप दिया जा रहा है। फास्ट कंपनी वेबसाइट को दिए एक इंटरव्यू में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाले इस एनजीओ की क्षेत्रीय जलवायु परिवर्तन निदेशक, मिलग्रोस सैंडोवाल बताती हैं, ‘वे जो कुछ भी खो रहे हैं उसे फिर से प्राप्त करना चाहते हैं।’ पेरु का ये समुदाय यहां बने राजमार्ग से दूर है। लोग दूर शहर जा चुके हैं। इसलिए चावल या कॉफी बागानों के लिए और रास्ते के लिए जंगलों की कटाई की जा रही है। कम उम्र में लोग यहां से पलायन कर रहे हैं। यहां लोग स्वदेशी भाषा अवजुन की तुलना में स्पैनिश बोलना काफी पसंद करते हैं।
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अवाजुन महिलाएं यह सुनिश्चित करना चाहती थीं कि ज्ञान आमतौर पर मां से बेटी के लिए दिया जाता है। जैसे कि जंगल में कौन से पौधे बीमारियों का इलाज कर सकते हैं, या कुछ खाद्य फलों का उपयोग कैसे करें। यह अब वीडियो के जरिए भविष्य की पीढ़ियों के लिए उपलब्ध होगा।
कुछ साल पहले, महिलाओं ने पारंपरिक पौधों की खेती के लिए जंगल के एक क्षेत्र को अलग करने का निर्णय लिया। उन्होंने तब एनजीओ के साथ काम किया। कई लोग अपने छोटे बच्चों को भी अवजुन बोलना सिखा रहे हैं। यहां कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जो द्विभाषी शिक्षा प्रदान करते हैं। लेकिन महिलाएं और अधिक करना चाहती थीं।
जब उन्होंने पारंपरिक ज्ञान को पीढ़ियों में साझा करने की चुनौती के बारे में एनजीओ के साथ बात की, तो एनजीओ ने वीडियो बनाने का सुझाव दिया, फिर उन्हें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर काम करना शुरू किया। फोन से वीडियो कैसे बनाया जा सकता है उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी गई। यह प्रयोग अब दक्षिण अमेरिका के अन्य हिस्सों में दोहराने जा रहा है।
समुदाय में महिलाओं ने लगभग 15 वीडियो बनाए हैं, जो सभी एक नई वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। एक महिला जो पेरु समुदाय से जुड़ी हैं वो बताती हैं, ‘मैं अभी भी अपने समुदाय के रीति-रिवाजों के बारे में 100% नहीं जानती, महिलाओं में से एक अन्य महिला ने परियोजना के बारे में वीडियो में कहना है कि वह उस समय बड़ी हुई उसके पहले से ही बड़े क्षेत्र में लोग जाने लगे थे। उन्हें हमारे पारंपरिक ज्ञान के बारे में कुछ नहीं मालूम जो बच्चे शहर में रह रहे हैं। लेकिन हम अपने बच्चों के साथ ऐसा नहीं करूंगी, इसीलिए हम वीडियो के रूप में अपने ज्ञान को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रख रहे हैं।
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