कॉलेज की सुहानी जिंदगी से निकलकर जब स्टूडेंट्स जॉब मार्केट में अपना रेज्यूमे लेकर किसी भी कंपनी के दरवाजे पर दस्तक देता है तो इंटरव्यू में उससे अमूमन एक सवाल पूछा जाता है आप अपने को 5 साल बाद कहां देखते हैं। इसका उत्तर अलग-अलग लोग बेहद अलग तरीके से देते हैं।
कोई चापलूसी का रस घोलकर इसका उत्तर देता है तो कोई स्टूडेंट अपने लक्ष्य को बेहद सटीक ढंग से पेश करता है। बस इसी जगह से तय होता है कि आप लंबी रेस के खिलाड़ी हैं या अपनी पारी को बस कुछ आगे चलकर खत्म कर देंगे।
कई मौके ऐसे भी आते हैं जब स्टूडेंट्स अपनी तकलीफों को हर जगह बयां करते हैं। जब कि होना यह चाहिए कि लोगों को ये मत बताओ की तुम्हारी तकलीफ बड़ी है अपनी तकलीफ को बताओ की तुम्हारा हौसला कितना बड़ा है। जब आप ऐसा विचार करते हैं तो सफलता मिलने की संभावना ज्यादा हो जाती है।
जब भी कहीं इंटरव्यू देने जाएं तो तीन बातों का ध्यान जरूरी रखें। आपका रेज्यूमें कैसा है। क्या आपको अपने ऊपर विश्वास है और तीसरी बात क्या आप जिस पद के लिए वहां गए हैं, उस पद की योग्यता पर खरे उतरते हैं। यह तीन बातें जब आप खुद से पूछते हैं तो आप स्वयं का मूल्यांकन कर रहे होते हैं और जब ऐसा होता है तो आत्मविश्वास काफी हद तक बढ़ जाता है। इस तरह जब उस इंटरव्यू को फेस करते हैं तो बाहर निकलने के बाद जॉब आपके हाथ में होती है।
फीचर फंडाः कॉलेज की सुहानी जिंदगी से जॉब मार्केट की दुनिया काफी अलग होती है। तय आपको करना है कि यहां आप किस तरह से खुद को स्थापित करते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि 5 साल बाद आप कहां होगें यह किसी को नहीं मालूम, लेकिन आज आप क्या कर रहे हैं इससे तय होता है कि आप जिंदगी में कहां होगें। इसलिए आगे बढ़ते रहिए। रुकिए नहीं…
यह भी पढ़ें…
- आजादी > 5 : ऐसे थे बिरसा मुंडा, जिन्हें आदिवासी मानते हैं ‘भगवान’
- आजादी > 4 : यहां जानें, RRR से अलग थी, अल्लूरी सीताराम राजू की कहानी
- आजादी > 3 : ‘मांझी से, मुर्मु तक’ जब आदिवासी हुए शहीद
आप हमें फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और लिंक्डिन पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Be First to Comment